वर्ष-17,अंक-24(16-31 दिसम्बर, 2014)
मोदी सरकार के मंत्रियों में लगता है अपने बयानों से उलट-पुलट कुछ भी बोल साम्प्रदायिक हिन्दुत्व के एजेण्डे को आगे बढ़ाने की प्रतियोगिता छिड़ गयी है। मानो संघ ने ईनाम घोषित कर रखा है कि जो जितना जहरीला व बड़ा झूठ बोलेगा उसे ईनाम दिया जायेगा। अब तक इस प्रतियोगिता में मोदी, स्मृति ईरानी ही थे अब इसमें नजमा हेपतुल्ला, साध्वी निरंजना, सुषमा स्वराज, साक्षी महाराज सभी शामिल हो गये हैं।
मोदी ने जब अम्बानी के अस्पताल के उद्घाटन में प्राचीन काल में टेस्ट ट्यूब बेबी की बात बोली तो उनके मंत्री पीछे कैसे रहते। स्मृति ईरानी व नजमा हेपतुल्ला ज्योतिष व संस्कृत के महिमा मंडन में जुट गयीं। अब मैदान में आते हुए सुषमा स्वराज ने गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग कर डाली।
मोदी सरकार के मंत्रियों में लगता है अपने बयानों से उलट-पुलट कुछ भी बोल साम्प्रदायिक हिन्दुत्व के एजेण्डे को आगे बढ़ाने की प्रतियोगिता छिड़ गयी है। मानो संघ ने ईनाम घोषित कर रखा है कि जो जितना जहरीला व बड़ा झूठ बोलेगा उसे ईनाम दिया जायेगा। अब तक इस प्रतियोगिता में मोदी, स्मृति ईरानी ही थे अब इसमें नजमा हेपतुल्ला, साध्वी निरंजना, सुषमा स्वराज, साक्षी महाराज सभी शामिल हो गये हैं।
मोदी ने जब अम्बानी के अस्पताल के उद्घाटन में प्राचीन काल में टेस्ट ट्यूब बेबी की बात बोली तो उनके मंत्री पीछे कैसे रहते। स्मृति ईरानी व नजमा हेपतुल्ला ज्योतिष व संस्कृत के महिमा मंडन में जुट गयीं। अब मैदान में आते हुए सुषमा स्वराज ने गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग कर डाली।